शिवाजी राव गायकवाड़ विशेषतः रजनीकांत के नाम से जाने जाते है, वे एक भारतीय फ़िल्म कलाकार है जो मुख्य रूप से तमिल सिनेमा में काम करते है। एक्टर बनने से पहले वे बैंगलोर ट्रांसपोर्ट सर्वीस में बस कंडक्टर के पद पर कार्यरत थे। 1973 में एक्टिंग में डिप्लोमा लेने के लिए उन्होंने मद्रास फ़िल्म इंस्टिट्यूट में एडमिशन लिया। 1975 की तमिल ड्रामा फ़िल्म अपूर्वा रागंगाल से उन्होंने डेब्यू किया था, तमिल फ़िल्म में उन्होंने कई मनमोहन किरदार किये है, जिन्हें आज भी लोग याद करते है।
उन्होंने कई कमर्शियल रूप से सफल फिल्मो में बतौर मुख्य कलाकार काम किया है। तभी से लोग उन्हें “सुपरस्टार” कहने लगे और वे तमिलनाडु के सबसे प्रसिद्ध शख्सियत बन गए। फिल्मो में डायलॉग बोलने का उनका अपना ही एक अलग अंदाज़ है, देश ही नही बल्कि विदेशो में भी लोग उनकी आवाज़ और उनके स्टाइल के दीवाने है।
आरंभिक जीवन :
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रजनीकांत का जन्म 12 दिसंबर 1950 को एक मराठी परिवार में हुआ था। उनकी माता का नाम रमाबाई और पिता का नाम रामोजी राव था, उनके पिता बैंगलोर के पुलिस कांस्टेबल और माता गृहिणी थी। मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी के नाम पर ही उनका नाम शिवाजी राव रखा गया था। रजनीकांत के पूर्वज वर्तमान पुणे के जेजुरी के पास के गाँव मावड़ी कड़े पत्थर से थे। चार भाई-बहनो में रजनी सबसे छोटे है।
बहन अस्वथ बालूभाई और दो बड़े भाई सत्यनारायण राव और नागेश्वर राव के साथ चार बहन भाईयों में वो सबसे छोटे है | रजनी ने ‘ गाविपुरम गवर्नमेंट कन्नड़ मॉडर्न प्राइमरी स्कूल ‘ नाम के स्कूल से अपनी प्राइमरी एजुकेशन पूरी की और कहते है rajinikanth उस समय बड़े पढ़ाकू किस्म के बच्चे थे | अपने स्कूलिंग के दौरान भी उन्होंने नाटकों में भाग लेना जारी रखा जिसकी वजह से उनके थिएटर का शौक बढ़ता चला गया और जिसे बाद में जाके एक मुकाम भी मिला |
अपनी एजुकेशन के बाद के दिन जन्हा से आदमी अपने करियर के बारे में सोचना शुरू करता है वंहा उन दिनों रजनीकांत के दिन बड़े मुश्किल रहे है उन्होंने में बंगलौर और मद्रास शहर में कई तरह के काम किये जिसमें से कुली का काम और कारपेंटर का काम भी था लेकिन रजनी को नहीं पता था इन्ही दिनों उनकी किस्मत बदलने वाली है असल में हुआ यूँ कि “ बंगलोर ट्रांसपोर्ट सर्विस “ में भर्ती निकली और जिसमे rajinikanth सेलेक्ट हो गये लेकिन फिर भी चूँकि यह केवल मनी प्रॉब्लम दूर करने के लिए था जो कुछ हद तक हो भी गया था|
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लेकिन उसके बाद भी rajinikanth को जो करना था वो उस से कंही अलग था जिसकी वजह से होने वाले स्टेज शोज में भी रजनी भाग लेते रहते थे और वन्ही उनकी किस्मत भी उन्हें लेके जा रही थी। एक कंडक्टर के तौर पर भी उनका अंदाज़ किसी स्टार से कम नहीं था| वो अपनी अलग तरह से टिकट काटने और सीटी मारने की शैली को लेकर यात्रियों और दुसरे बस कंडक्टरों के बीच विख्यात थे| कई मंचों पर नाटक करने के कारण फिल्मों और एक्टिंग के लिए शौक तो हमेशा से ही था और वही शौक धीरे धीरे जुनून में तब्दील हो गया|
रजनीकांत ने लता रंग्चारी से शादी की जो कॉलेज पत्रिका के लिए उनका इंटरव्यू लेने आयी थी और उनको देखते ही उन्होंने लता को प्रपोज कर दिया था | 26 फरवरी 1981 को आन्ध्र प्रदेश के तिरुपति में उनकी शादी सम्पन्न हुयी | रजनीकांत के दो बेटिया ऐश्वर्या रजनीकांत और सौंदर्या रजनीकांत है | ऐश्वर्या रजनीकांत ने 2004 में साउथ एक्टर धनुष के साथ शादी की और उनके दो बेटे भी है | उनकी छोटी बेटी सौंदर्या तमिल फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय है जो निर्देशक ,निर्माता और ग्राफ़िक्स डिज़ाइनर भी है | उसने 2010 में बिज़नसमेन आश्विन रामकुमार से शादी की और उनके एक बेटा वेद कृष्ण है |
फिल्मी करीयर :
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रजनीकांत का फिल्मी सफ़र भी किसी फिल्म से कम नहीं| उन्होंने परदे पर पहले नकारात्मक चरित्र और विलेन के किरदार से शुरुआत की, फिर साइड रोल किये और आखिरकार एक हीरो के तौर पर अपनी पहचान बनाई| एक समय ऐसा भी था जब एक बेहतरीन अभिनेता होने के बावजूद उन्हें कई वर्षों तक नज़रंदाज़ किया जाता रहा पर उन्होंने अपनी हिम्मत नहीं हारी| ये बात रजनीकांत के आत्मविश्वास को और विपरीत परिस्तिथियों में भी हार न मानने वाले जज्बे का परिचय देती है| रजनीकांत ने यह साबित कर दिया की उम्र केवल एक संख्या है और अगर व्यक्ति में कुछ करने की ठान ले तो उम्र कोई मायने नहीं रखती|
चुटुकलों की दुनिया में रजनीकांत को ऐसे व्यक्ति के रूप में जाना जाता है जिसके लिए नामुनकिन कुछ भी नहीं और रजनीकांत लगातार इस बात को सच साबित करते रहते है| आज वे 65 वर्ष की उम्र में रोबोट-2 फिल्म पर काम कर रहे है, उनका यही अंदाज लोगों के दिलों पर राज करता है|
रजनीकांत ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुवात 1975 में बनी तमिल फिल्म “अपूर्व रागंगल ” से की थी | इस फिल्म में निर्देशक बालचन्दर में उनको श्रीविद्या के पति का छोटा सा रोल दिया था और कमल हसन इस फिल्म में मुख्य अभिनेता थे | इस फिल्म की काफी सराहना हुयी थी जिसे तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरुस्कार से सम्मानित किया गया था | रजनीकांत ने अपने फिल्म करियर की शुरुवात में कई फिल्मे कमल हसन के साथ की जिसमे से सभी फिल्मो में कमल हसन मुख्य अभिनेता के तौर पर और रजनीकांत ने नेगेटिव रोल निभाया था |
1978 में रजनीकांत तमिल ,तेलुगु और कन्नड़ भाषाओं में 20 फिल्मे की थी | बैरवी वो फिल्म थी जिसमे निर्देशक भास्कर ने उनको सुपरस्टार का दर्जा दिया था | 1980 में तक साउथ इंडियन सिनेमा में रजनीकांत एक पोपुलर एक्टर बन गये थे | इसी दौरान रजनीकांत ने एक बार तो एक्टिंग छोड़ने के फैसला ले लिया था लेकिन बाद में उन्हें राजी कर लिया गया था | उन्होंने तमिल फिल्म “बिल्ला” के साथ दमदार शुरुवात की इस फिल्म में उन्होंने डबल रोल निभाया था और ये फिल्म काफ़ी सफल रही |इसके बाद रजनीकांत ने कई फिल्मो में डबल रोल किया | इसके अलावा 1982 में रजनीकांत ने कई फिल्मो में तीन रोल एक साथ दे दिया |
पुरस्कार :
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रजनीकांत को सन २००० में भारत सरकार ने कला क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। ये तमिलनाडु राज्य से हैं।रजनीकांत ज्यादातर तमिल में उनकी फिल्मों के कई के लिए कई पुरस्कार प्राप्त हुआ है। उन्होंने Nallavanuku Nallavan के लिए 1984 में सर्वश्रेष्ठ तमिल अभिनेता के लिए अपनी पहली फिल्म फेयर पुरस्कार प्राप्त किया, बाद में वह शिवाजी (2007) और Enthiran (2010) में अपने अभिनय के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार नामांकन प्राप्त किया। 2014 के रूप में, रजनीकांत विभिन्न फिल्मों में अपने अभिनय के लिए छह तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार प्राप्त हुआ है।उन्होंने यह भी लेखन और निर्माण में योगदान उसकी परदे पर अभिनय के लिए और ऑफ स्क्रीन सिनेमा एक्सप्रेस और Filmfans एसोसिएशन से कई पुरस्कार प्राप्त किया।
रजनीकांत दोनों तमिलनाडु सरकार की ओर से १९८४ में Kalaimamani पुरस्कार प्राप्त किया और 1989 में एम जी आर पुरस्कार,। 1995 में, दक्षिण भारतीय फिल्म कलाकार संघ Kalaichelvam पुरस्कार से उसे प्रस्तुत किया।पद्म भूषण (2000) और पद्म विभूषण (2016) भारत सरकार द्वारा सम्मानित किया गया।उन्होंने कहा कि भारतीय एनडीटीवी द्वारा 2007 के लिए वर्ष के मनोरंजन के रूप में चयनित किया गया था, शाहरुख खान की पसंद के खिलाफ प्रतिस्पर्धा। महाराष्ट्र सरकार के एक ही वर्ष राज कपूर पुरस्कार से सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि 4 विजय अवार्ड्स में भारतीय सिनेमा में उत्कृष्टता के लिए शेवेलियर शिवाजी गणेशन पुरस्कार प्राप्त किया।रजनीकांत भी दक्षिण एशिया Asiaweek ने में सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक नामित किया गया था।
रजनीकांत को तमिल फिल्मो में काम करने के लिए और अपने योगदान के लिए बहुत सारे अवार्ड्स मिल चुके है और award तो अलग साउथ के लोगो का सपोर्ट भी रजनीकांत के लिए अलग level का है न केवल लोग उनसे प्यार करते है बल्कि उन्हें इतनी रेस्पेक्ट देते है जो रेयर ही किसी फिल्म स्टार के लिए देखने को मिलती है | साथ ही एक खास बात आपको बता दें कि फिल्म शिवाजी में काम करने के लिए उन्हें 43 करोड़ से अधिक का भुगतान मिला जिसकी वजह से वो एशिया के अंदर चीन के जेकी चैन के बाद सबसे अधिक भुगतान पाने वाले actors में से एक हो गये है और यह अपनी तरह का एक रिकॉर्ड भी है |रजनीकांत ने 26 फरवरी, 1981 को आंध्र प्रदेश के तिरुपति में भगवान बालाजी मंदिर में लता से शादी की थी.