
जेएनयू कैंपस के दीवारों पर लिखा गया है ब्राह्मण और बनिया भारत छोड़ो
जेएनयू में आए दिन ये सब होता रहा है
कभी देशद्रोहित नारा लगते रहते हैं तो कभी भारत के हिन्दुओं के बारे में कुछ कुछ बोलते रहते हैं
कुछ दिन पहले की बात है कि वहां पर नारा लगाया गया था अफजल हम शर्मिंदा हैं आपके दुश्मन अभी भी जिंदा हैं
जेएनयू मामला अब तो हद पर कर गाई
अब तो कोई भी कुछ बोल देता है हिन्दू के बारे में अभी की बात है ब्राह्मण और बनिया को भारत से जाने की बात बोला है ओ चाहते है जाति जाति में उलझ करा जाए और हम देश पर राज करेंगे
लेकिन ओ भुल गए की ये पहले का भारत नहीं रहा यहां पर सिर्फ अब हिन्दू रहता है कोई जाति नहीं सिर्फ हिन्दू रहा ता है यह जो प्रोपेगेंडा फैला रहे है JNU में कभी सफल नहीं हो पायेगा
जेएनयू के प्रोफेसर ने बोला ये तो नॉर्मल बात है ब्राह्मण और बनिया भारत छोड़ो
JNU के प्रोफेसर तो सही बोल रहे है। कियों की JUN में तो ये भारत तेरा टुकर होगा, अफजल हम शर्मिंदा है तेरा दुश्मन अभी जिंदा है, और कई नारे लगाए गए है तो उसके सामने में तो ये नॉर्मल बात ही होगी ना ये भुल गए हैं कि ये जेएनयू उसी टैक्स से चलता है जिसके विरोध ये नारा लगाते हैं